वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन क्या है और कैसे करें?

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन क्या है और कैसे करें?

डिजिटल युग में तकनीक के विकास के साथ, वॉइस सर्च एक महत्वपूर्ण ट्रेंड बन गया है। लोग अब टाइपिंग की बजाय अपनी आवाज़ का इस्तेमाल कर जानकारी प्राप्त करना पसंद कर रहे हैं। वॉइस सर्च का उपयोग स्मार्टफोन्स, स्मार्ट स्पीकर्स, और अन्य वॉइस-एक्टिवेटेड डिवाइसेज़ के माध्यम से किया जाता है। इसलिए, यह ज़रूरी हो गया है कि वेबसाइट और कंटेंट को वॉइस सर्च के लिए ऑप्टिमाइज़ किया जाए।

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन क्या है?

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें वेबसाइट और उसके कंटेंट को इस तरह से ऑप्टिमाइज़ किया जाता है कि वह वॉइस सर्च के माध्यम से भी आसानी से एक्सेस किया जा सके। यह सुनिश्चित करता है कि जब कोई यूज़र वॉइस सर्च का उपयोग करता है, तो आपकी वेबसाइट की जानकारी सर्च रिजल्ट में दिखाई दे।

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वॉइस सर्च की बढ़ती लोकप्रियता

वॉइस सर्च की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, और इसके पीछे कई कारण हैं:

  • कंवीनिएंस (सुविधा): वॉइस सर्च टाइपिंग से कहीं ज़्यादा तेज और आसान होता है। लोग चलते-फिरते, ड्राइविंग करते समय या किसी अन्य काम के दौरान वॉइस सर्च का उपयोग कर सकते हैं।
  • मोबाइल और स्मार्ट स्पीकर्स का उपयोग: स्मार्टफोन्स और स्मार्ट स्पीकर्स जैसे कि Google Home और Amazon Echo ने वॉइस सर्च को और भी पॉपुलर बना दिया है।
  • प्राकृतिक भाषा की समझ: वॉइस सर्च के माध्यम से लोग प्राकृतिक भाषा में सवाल पूछते हैं, जो कि टाइपिंग से अधिक सहज और स्वाभाविक होता है।

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लाभ

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के कई फायदे हैं, जो आपकी वेबसाइट की विज़िबिलिटी और ट्रैफिक को बढ़ा सकते हैं:

  • बढ़ी हुई विज़िबिलिटी: वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन से आपकी वेबसाइट वॉइस सर्च रिजल्ट्स में टॉप पर आ सकती है, जिससे अधिक ट्रैफिक और लीड्स प्राप्त होते हैं।
  • लोकल एसईओ में सुधार: वॉइस सर्च ज्यादातर लोकल सर्चेज के लिए उपयोग किया जाता है। जैसे, "मेरे नजदीक की सबसे अच्छी रेस्टोरेंट"। वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन से लोकल एसईओ में सुधार होता है और लोकल ऑडियंस तक पहुंच बढ़ती है। लोकल एसईओ क्या है और इसके क्या फायदे हैं?
  • कंपीटिशन में बढ़त: जब आपकी वेबसाइट वॉइस सर्च के लिए ऑप्टिमाइज्ड होती है, तो आप अपने कंपीटीटर्स के मुकाबले एक कदम आगे रहते हैं।

वॉइस सर्च कैसे काम करता है?

वॉइस सर्च टेक्नोलॉजी में कुछ मुख्य तत्व होते हैं:

  • स्पीच रिकॉग्निशन: यह तकनीक यूज़र की आवाज़ को पहचानती है और उसे टेक्स्ट में बदलती है।
  • नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP): NLP वह प्रोसेस है जो यूज़र द्वारा बोले गए शब्दों को समझता है और उनकी मंशा के अनुसार जवाब प्रदान करता है।
  • क्वेश्चन आंसरिंग: वॉइस सर्च का मुख्य उद्देश्य यूज़र के सवालों का जवाब देना होता है। यह डेटा को प्रोसेस करता है और सबसे उपयुक्त जवाब को फेच करता है।

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेज

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लिए आपको कुछ बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाना चाहिए:

1. कंवर्सेशनल कीवर्ड्स का उपयोग

वॉइस सर्च के लिए कीवर्ड्स का चयन करते समय ध्यान रखें कि यूज़र्स बोलते समय ज्यादा नेचुरल और कंवर्सेशनल भाषा का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, "बेस्ट एसईओ टिप्स" की बजाय लोग बोल सकते हैं "एसईओ टिप्स क्या हैं?"

  • लंबे-पूछें जाने वाले कीवर्ड्स: वॉइस सर्च में लंबे-पूंछ वाले कीवर्ड्स (long-tail keywords) का उपयोग बढ़ जाता है। जैसे, "कैसे करें वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन?" यह अधिक विशिष्ट होते हैं और वॉइस सर्च के लिए अधिक प्रासंगिक होते हैं।
  • प्रश्न-आधारित कीवर्ड्स: वॉइस सर्च में प्रश्न-आधारित कीवर्ड्स जैसे "कैसे", "क्यों", "क्या", आदि का उपयोग अधिक होता है। इसलिए, आपको अपने कंटेंट में ऐसे कीवर्ड्स को शामिल करना चाहिए।

2. लोकल एसईओ पर ध्यान दें

वॉइस सर्च ज्यादातर लोकल सर्चेज के लिए होता है, इसलिए लोकल एसईओ पर ध्यान देना ज़रूरी है।

  • गूगल माय बिज़नेस लिस्टिंग: अपनी गूगल माय बिज़नेस लिस्टिंग को अपडेट रखें। सही नाम, पता, फोन नंबर (NAP) और अन्य जानकारी प्रदान करें।
  • लोकल कीवर्ड्स: अपने कंटेंट में लोकल कीवर्ड्स का उपयोग करें, जैसे "दिल्ली में बेस्ट रेस्टोरेंट"।
  • रीव्यूज और रेटिंग्स: आपकी बिज़नेस प्रोफाइल पर अच्छे रीव्यूज और रेटिंग्स वॉइस सर्च में आपकी रैंकिंग को बढ़ा सकते हैं।

3. मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट

मोबाइल डिवाइसेज़ पर वॉइस सर्च का उपयोग अधिक होता है, इसलिए आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली होनी चाहिए।

  • मोबाइल रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन: सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट का डिज़ाइन मोबाइल रेस्पॉन्सिव हो ताकि यह सभी डिवाइसेज़ पर सही ढंग से दिखाई दे।
  • फास्ट लोडिंग टाइम: मोबाइल पर यूज़र्स तेजी से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, इसलिए आपकी वेबसाइट का लोडिंग टाइम फास्ट होना चाहिए।

4. फीचर्ड स्निपेट्स (Featured Snippets) के लिए ऑप्टिमाइजेशन

फीचर्ड स्निपेट्स वॉइस सर्च के रिजल्ट्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गूगल अक्सर वॉइस सर्च के लिए फीचर्ड स्निपेट्स का उपयोग करता है, इसलिए आपको इन्हें टार्गेट करना चाहिए।

  • संक्षिप्त और सटीक उत्तर: फीचर्ड स्निपेट्स के लिए कंटेंट को संक्षिप्त और सटीक रखें। 40-60 शब्दों का एक पैराग्राफ बेहतर होता है।
  • प्रश्न-उत्तर प्रारूप: FAQ सेक्शन का उपयोग करें और प्रश्न-उत्तर प्रारूप में कंटेंट प्रदान करें। यह गूगल को आपके कंटेंट को स्निपेट्स में दिखाने में मदद करता है।
  • सूची और तालिकाएं: गूगल अक्सर लिस्ट्स और टेबल्स को फीचर्ड स्निपेट्स के रूप में दिखाता है। इसलिए, अपने कंटेंट में लिस्ट्स और टेबल्स का उपयोग करें।

5. वेबसाइट की स्पीड में सुधार

वेबसाइट की स्पीड वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लिए महत्वपूर्ण है। गूगल तेज़ी से लोड होने वाली वेबसाइट्स को प्राथमिकता देता है।

  • इमेज ऑप्टिमाइजेशन: इमेज फाइल्स को ऑप्टिमाइज करें ताकि वे जल्दी लोड हों।
  • कैशिंग टेक्नोलॉजी: वेबसाइट की स्पीड बढ़ाने के लिए कैशिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करें।
  • सीडीएन (Content Delivery Network): सीडीएन का उपयोग करके वेबसाइट की स्पीड में सुधार कर सकते हैं, जिससे वॉइस सर्च के रिजल्ट्स में आपकी वेबसाइट जल्दी लोड होगी।

6. कंटेंट की स्पष्टता और सरलता

वॉइस सर्च के लिए कंटेंट को स्पष्ट, सरल और समझने में आसान होना चाहिए। यूज़र्स नेचुरल भाषा में सवाल पूछते हैं, इसलिए आपको उसी भाषा में उत्तर प्रदान करने चाहिए।

  • प्राकृतिक भाषा का उपयोग: कंटेंट में प्राकृतिक भाषा और टोन का उपयोग करें। यह वॉइस सर्च के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
  • संक्षिप्त और सटीक कंटेंट: वॉइस सर्च के लिए कंटेंट को संक्षिप्त और सटीक रखें ताकि गूगल इसे जल्दी प्रोसेस कर सके।
  • हेडिंग्स और सबहेडिंग्स का सही उपयोग: सही हेडिंग्स और सबहेडिंग्स का उपयोग करें ताकि गूगल को समझने में आसानी हो कि आपका कंटेंट किस बारे में है।

7. स्ट्रक्चर्ड डेटा का उपयोग

स्ट्रक्चर्ड डेटा (Schema Markup) एक कोड है जिसे आप अपनी वेबसाइट पर जोड़ सकते हैं ताकि सर्च इंजन को आपके कंटेंट को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिले। यह आपकी वेबसाइट को वॉइस सर्च रिजल्ट्स में उच्च रैंक दिलाने में मदद कर सकता है।

  • स्ट्रक्चर्ड डेटा के प्रकार: आप विभिन्न प्रकार के स्ट्रक्चर्ड डेटा का उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि Article, Recipe, FAQ, Local Business, आदि। यह सर्च इंजन को आपके कंटेंट के प्रकार को समझने में मदद करता है और इसे सही तरीके से इंडेक्स करता है।
  • JSON-LD फॉर्मेट: स्ट्रक्चर्ड डेटा जोड़ने के लिए JSON-LD (JavaScript Object Notation for Linked Data) फॉर्मेट का उपयोग करें। यह फॉर्मेट गूगल द्वारा समर्थित है और आसानी से लागू किया जा सकता है।
  • रिच स्निपेट्स: स्ट्रक्चर्ड डेटा का सही उपयोग आपकी वेबसाइट को रिच स्निपेट्स (जैसे रेटिंग्स, रिव्यूज़, प्राइसिंग, इवेंट्स) दिला सकता है, जो कि वॉइस सर्च रिजल्ट्स में अधिक क्लिक प्राप्त करने में मदद करता है।

8. सामाजिक प्रमाण और उपयोगकर्ता समीक्षाएं

सामाजिक प्रमाण (Social Proof) और उपयोगकर्ता समीक्षाएं (User Reviews) वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लिए महत्वपूर्ण हैं। जब लोग वॉइस सर्च का उपयोग करते हैं, तो वे सामान्यतः ऐसी वेबसाइट्स और बिज़नेस की खोज करते हैं जिन्हें अन्य लोग भी पसंद करते हैं।

  • उपयोगकर्ता समीक्षाएं प्राप्त करें: अपनी वेबसाइट या बिज़नेस के लिए अधिक से अधिक सकारात्मक समीक्षाएं प्राप्त करने का प्रयास करें। इसके लिए आप कस्टमर्स से फीडबैक मांग सकते हैं और उन्हें समीक्षा लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
  • समीक्षाओं को प्रदर्शित करें: अपनी वेबसाइट पर समीक्षाओं को प्रमुखता से प्रदर्शित करें। इससे गूगल को संकेत मिलेगा कि आपकी वेबसाइट विश्वसनीय है और इसे उच्च रैंकिंग दी जानी चाहिए।
  • गूगल रिव्यूज़ का महत्व: गूगल रिव्यूज़ विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये सीधे तौर पर लोकल सर्च रिजल्ट्स और वॉइस सर्च पर असर डालते हैं।

9. पेज स्पीड और यूज़र एक्सपीरियंस में सुधार

गूगल और अन्य सर्च इंजन वॉइस सर्च रिजल्ट्स के लिए तेजी से लोड होने वाले पेजेज को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए, आपकी वेबसाइट की स्पीड और यूज़र एक्सपीरियंस (UX) का महत्व और भी बढ़ जाता है।

  • वेबपेज स्पीड: अपनी वेबसाइट की स्पीड बढ़ाने के लिए इमेजेस को कंप्रेस करें, कम से कम प्लगइन्स का उपयोग करें और ब्राउज़र कैशिंग को सक्षम करें। आप गूगल के PageSpeed Insights टूल का उपयोग करके अपनी वेबसाइट की स्पीड का विश्लेषण कर सकते हैं।
  • स्मूथ नेविगेशन: आपकी वेबसाइट का नेविगेशन यूज़र के लिए आसान और स्मूथ होना चाहिए। मेन्यू और लिंक्स को सही ढंग से पोजिशन करें ताकि यूज़र्स को जानकारी प्राप्त करने में कोई समस्या न हो।
  • मोबाइल फ्रेंडली इंटरफेस: चूंकि वॉइस सर्च का अधिकांश उपयोग मोबाइल डिवाइस पर किया जाता है, इसलिए आपकी वेबसाइट का इंटरफेस मोबाइल फ्रेंडली होना चाहिए। मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन के लिए रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन का उपयोग करें।

10. प्रासंगिक और सटीक जानकारी

वॉइस सर्च में अधिकांशतः उपयोगकर्ता त्वरित और सटीक जानकारी की तलाश करते हैं। इसलिए, आपकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी प्रासंगिक और सटीक होनी चाहिए।

  • क्विक आंसर बॉक्स: वॉइस सर्च के लिए क्विक आंसर बॉक्स या FAQ सेक्शन बनाएं, जहां आप सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दे सकें।
  • लॉन्ग-फॉर्म कंटेंट: यद्यपि वॉइस सर्च त्वरित उत्तर की तलाश में होता है, फिर भी लॉन्ग-फॉर्म कंटेंट की अपनी जगह होती है। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी वेबसाइट पर सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध है।
  • अपडेटेड कंटेंट: नियमित रूप से अपने कंटेंट को अपडेट करते रहें ताकि आपकी वेबसाइट पर हमेशा ताजा और सटीक जानकारी हो। यह सर्च इंजन को भी संकेत देता है कि आपकी वेबसाइट सक्रिय और अपडेटेड है।

11. वेबपेज टाइटल्स और मेटा डिस्क्रिप्शन

वेबपेज टाइटल्स और मेटा डिस्क्रिप्शन भी वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी वेबसाइट की जानकारी सही तरीके से सर्च रिजल्ट्स में प्रदर्शित हो।

  • टाइटल्स में कीवर्ड्स का उपयोग: अपने वेबपेज टाइटल्स में प्रमुख कीवर्ड्स का उपयोग करें। टाइटल्स को संक्षिप्त और स्पष्ट रखें ताकि सर्च इंजन इसे आसानी से समझ सके।
  • मेटा डिस्क्रिप्शन: मेटा डिस्क्रिप्शन में भी कीवर्ड्स का उपयोग करें और इसे आकर्षक बनाएं ताकि यूज़र्स इसे क्लिक करने के लिए प्रेरित हों। मेटा डिस्क्रिप्शन को 150-160 कैरेक्टर के भीतर रखें।

12. वॉइस असिस्टेंट्स के लिए कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन

वॉइस सर्च मुख्यतः वॉइस असिस्टेंट्स जैसे कि Google Assistant, Siri, और Alexa के माध्यम से किया जाता है। इसलिए, आपकी वेबसाइट को इन वॉइस असिस्टेंट्स के लिए भी ऑप्टिमाइज करना ज़रूरी है।

  • गूगल माय बिज़नेस: गूगल माय बिज़नेस पर अपनी जानकारी को अपडेट रखें, क्योंकि गूगल असिस्टेंट मुख्य रूप से यहां से जानकारी लेता है।
  • एलेक्सा स्किल्स और सिरी शॉर्टकट्स: अगर आपके बिज़नेस के लिए उपयुक्त हो, तो आप एलेक्सा स्किल्स और सिरी शॉर्टकट्स भी डेवलप कर सकते हैं, जो यूज़र्स को आपकी सेवाओं या प्रोडक्ट्स तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं।
  • सर्च क्वेरीज के लिए तैयार रहें: वॉइस असिस्टेंट्स यूज़र्स की क्वेरीज का उत्तर देते समय मुख्य रूप से प्रश्न-आधारित कीवर्ड्स का उपयोग करते हैं। इसलिए, अपने कंटेंट को इस प्रकार से ऑप्टिमाइज करें कि यह इन क्वेरीज के लिए उपयुक्त हो।

13. नैचुरल लैंग्वेज और कंवर्सेशनल टोन का उपयोग

वॉइस सर्च में लोग सामान्यतः नैचुरल लैंग्वेज और कंवर्सेशनल टोन का उपयोग करते हैं। इसलिए, आपको अपने कंटेंट को इस प्रकार से ऑप्टिमाइज करना चाहिए कि यह यूज़र्स की भाषा और टोन के साथ मेल खा सके।

  • प्रश्न-आधारित उत्तर: जब लोग वॉइस सर्च का उपयोग करते हैं, तो वे सामान्यतः प्रश्न-आधारित उत्तर की तलाश करते हैं। इसलिए, अपने कंटेंट को इस प्रकार से लिखें कि यह इन प्रश्नों के उत्तर प्रदान कर सके।
  • कंवर्सेशनल टोन: कंटेंट को इस प्रकार से लिखें कि यह पढ़ने में एक बातचीत की तरह महसूस हो। यह वॉइस सर्च के लिए अधिक प्रभावी होता है।

14. वॉइस सर्च एनालिटिक्स का उपयोग

वॉइस सर्च एनालिटिक्स का उपयोग करके आप यह समझ सकते हैं कि किस प्रकार के प्रश्न और कीवर्ड्स आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक ला रहे हैं। इससे आप अपनी वॉइस सर्च रणनीति को और बेहतर बना सकते हैं।

  • गूगल सर्च कंसोल: गूगल सर्च कंसोल का उपयोग करके आप यह जान सकते हैं कि आपकी वेबसाइट पर कौन-कौनसे वॉइस सर्च क्वेरीज आ रही हैं। इससे आप अपनी कंटेंट रणनीति को बेहतर बना सकते हैं।
  • एनालिटिक्स टूल्स: अन्य एनालिटिक्स टूल्स का उपयोग करें ताकि आप अपनी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को ट्रैक कर सकें और उसमें सुधार कर सकें।

15. यूज़र इंटेंट पर ध्यान दें

वॉइस सर्च में यूज़र इंटेंट (User Intent) का बहुत महत्व होता है। आपको यह समझना चाहिए कि यूज़र किस प्रकार की जानकारी की तलाश कर रहे हैं और उसके अनुसार अपने कंटेंट को तैयार करना चाहिए।

  • ट्रांज़ैक्शनल और इंफॉर्मेशनल इंटेंट: कुछ यूज़र्स ट्रांज़ैक्शनल इंटेंट के साथ आते हैं, यानी वे कुछ खरीदना या बुक करना चाहते हैं। जबकि अन्य इंफॉर्मेशनल इंटेंट के साथ आते हैं, यानी वे जानकारी की तलाश में होते हैं। आपके कंटेंट को दोनों प्रकार के इंटेंट के लिए तैयार होना चाहिए।
  • लोकल सर्च इंटेंट: वॉइस सर्च में अधिकांश यूज़र्स लोकल सर्च करते हैं, जैसे कि "मेरे पास की रेस्टोरेंट्स" या "निकटतम अस्पताल"। इसलिए, अपनी वेबसाइट को लोकल इंटेंट के लिए ऑप्टिमाइज करें।

निष्कर्ष

वॉइस सर्च ऑप्टिमाइजेशन डिजिटल मार्केटिंग की दुनिया में एक नया और महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है। यदि आप अपनी वेबसाइट या बिज़नेस को वॉइस सर्च के लिए ऑप्टिमाइज करते हैं, तो आप न केवल अधिक ट्रैफिक प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे भी निकल सकते हैं। ऊपर दिए गए स्टेप्स का पालन करके, आप अपनी वेबसाइट को वॉइस सर्च के लिए तैयार कर सकते हैं और अपने डिजिटल मार्केटिंग प्रयासों को और प्रभावी बना सकते हैं।

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