टाइप्स ऑफ़ एफिलिएट प्रोग्राम्स - सर्विसेज

टाइप्स ऑफ़ एफिलिएट प्रोग्राम्स - सर्विसेज

एफिलिएट मार्केटिंग एक ऐसा बिज़नेस मॉडल है जिसमें आप किसी कंपनी या ब्रांड के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को प्रमोट करते हैं और बदले में कमीशन प्राप्त करते हैं। एफिलिएट प्रोग्राम्स कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं, और विशेष रूप से सर्विस-बेस्ड एफिलिएट प्रोग्राम्स ने मार्केट में बहुत अधिक पॉपुलैरिटी हासिल की है। सर्विसेज़ के एफिलिएट प्रोग्राम्स में मुख्यतः डिजिटल टूल्स, ऑनलाइन सर्विसेज, सॉफ्टवेयर, और सब्सक्रिप्शन-बेस्ड मॉडल शामिल होते हैं।

1. सास (SaaS) एफिलिएट प्रोग्राम्स

SaaS (Software as a Service) एक ऐसा बिज़नेस मॉडल है जिसमें यूज़र किसी सर्विस या सॉफ्टवेयर को ऑनलाइन एक्सेस करता है और इसके लिए सब्सक्रिप्शन पेमेंट करता है। इस तरह के प्रोग्राम्स एफिलिएट मार्केटर्स के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि कंपनियां एक सब्सक्रिप्शन की हर पेमेंट पर कमीशन ऑफर करती हैं। उदाहरण के तौर पर, क्लाउड स्टोरेज सर्विसेज़, मार्केटिंग टूल्स, और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर SaaS कैटेगरी में आते हैं।

  • उदाहरण: ट्रेलो, आसना, ड्रॉपबॉक्स, कन्वर्टकिट
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग कमीशन या एक बार का हाई-टिकट कमीशन

SaaS एफिलिएट प्रोग्राम्स में एफिलिएट्स को रेकरिंग कमीशन ऑफर किए जाते हैं, जिसका मतलब है कि जब भी आपका रेफर किया हुआ कस्टमर सब्सक्रिप्शन रिन्यू करता है, तो आपको लगातार कमीशन मिलता रहता है।

2. वेब होस्टिंग एफिलिएट प्रोग्राम्स

वेब होस्टिंग एक और पॉपुलर सर्विस है जिसके एफिलिएट प्रोग्राम्स काफी लाभदायक हो सकते हैं। अगर आप ब्लॉगर हैं, वेब डिज़ाइनर हैं या ऐसे ऑडियंस को टार्गेट करते हैं जो वेबसाइट लॉन्च करना चाहती है, तो वेब होस्टिंग एफिलिएट प्रोग्राम्स आपके लिए बहुत अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

  • उदाहरण: ब्लूहोस्ट, साइटग्राउंड, होस्टगेटर
  • कमीशन मॉडल: हाई वन-टाइम कमीशन

वेब होस्टिंग कंपनियां अक्सर बहुत आकर्षक कमीशन ऑफर करती हैं क्योंकि होस्टिंग प्लान्स की कीमतें भी अपेक्षाकृत ज्यादा होती हैं। एफिलिएट्स को साइन-अप्स पर एक बार का कमीशन मिलता है जो $50 से $200 तक हो सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी के साथ एफिलिएट हैं।

3. ईमेल मार्केटिंग टूल्स एफिलिएट प्रोग्राम्स

ईमेल मार्केटिंग बिज़नेस प्रमोशन का एक महत्वपूर्ण टूल है और इसे विभिन्न कंपनियां और उद्यमी अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज़ में इस्तेमाल करते हैं। ईमेल मार्केटिंग टूल्स, जैसे कन्वर्टकिट, मेलचिम्प, या गेटरिस्पॉन्स, एफिलिएट मार्केटर्स को बहुत ही अच्छा कमीशन ऑफर करते हैं क्योंकि ये भी सब्सक्रिप्शन-बेस्ड सर्विसेज़ हैं।

  • उदाहरण: कन्वर्टकिट, गेटरिस्पॉन्स, मेलचिम्प
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग कमीशन

एफिलिएट्स को यहां रेकरिंग कमीशन मिलता है, जो 20% से 40% तक हो सकता है। इसका मतलब है कि जब तक आपका रेफर किया हुआ कस्टमर उस सर्विस को इस्तेमाल करता रहता है, तब तक आपको उसका कमीशन मिलता रहता है।

4. ऑनलाइन कोर्स और एजुकेशनल प्लेटफार्म एफिलिएट प्रोग्राम्स

आजकल ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, और इसके साथ ही इन प्लेटफार्म्स के एफिलिएट प्रोग्राम्स भी पॉपुलर हो गए हैं। चाहे वो स्किलशेयर हो, उडेमी हो, या लिंक्डइन लर्निंग, इन प्लेटफार्म्स पर कोर्सेस प्रमोट करके आप अच्छा कमीशन कमा सकते हैं।

  • उदाहरण: उडेमी, स्किलशेयर, लिंक्डइन लर्निंग
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन

ये प्रोग्राम्स आम तौर पर वन-टाइम कमीशन ऑफर करते हैं, और आपको हर बार जब भी कोई आपकी एफिलिएट लिंक से कोर्स खरीदता है, कमीशन मिलता है। कमीशन की रेंज आम तौर पर 10% से 30% तक होती है।

5. ऑनलाइन मेंबरशिप साइट्स एफिलिएट प्रोग्राम्स

ऑनलाइन मेंबरशिप साइट्स, जैसे कि पेड कम्युनिटीज़, कोचिंग प्रोग्राम्स, या प्रीमियम कंटेंट प्लेटफार्म्स, भी एफिलिएट मार्केटिंग के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हैं। मेंबरशिप साइट्स अक्सर महीने या सालाना सब्सक्रिप्शन पर बेस्ड होती हैं, जिससे एफिलिएट्स को रेकरिंग कमीशन का फायदा मिलता है।

  • उदाहरण: पैट्रिऑन, टीचेबल, थिंकिफिक
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग कमीशन या वन-टाइम कमीशन

इन प्लेटफार्म्स पर एफिलिएट्स को महीने-दर-महीने कमीशन मिल सकता है, जो कस्टमर की सब्सक्रिप्शन वैल्यू के हिसाब से हो सकता है।

6. बिज़नेस सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

कई कंपनियां बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B2B) सर्विसेज़ भी ऑफर करती हैं, जैसे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर, सीआरएम टूल्स, और मार्केटिंग ऑटोमेशन सर्विसेज़। ये सर्विसेज़ एफिलिएट्स के लिए अच्छे प्रॉफिट की संभावना रखती हैं क्योंकि B2B क्लाइंट्स आम तौर पर लंबे समय तक इन सर्विसेज़ का उपयोग करते हैं और इनके लिए पेमेंट भी बड़े अमाउंट में होता है।

  • उदाहरण: क्विकबुक्स, सेल्सफोर्स, ज़ोहो
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग या वन-टाइम हाई कमीशन

B2B सर्विसेज़ में आपको बड़ा कमीशन मिलने की संभावना होती है, और कई कंपनियां आपको लीड जेनरेशन या रेफरल क्लाइंट्स पर बोनस भी देती हैं।

7. डिजिटल मार्केटिंग टूल्स एफिलिएट प्रोग्राम्स

डिजिटल मार्केटिंग टूल्स आज के समय में हर बिज़नेस की नींव बन चुके हैं, और इनका एफिलिएट प्रोग्राम्स भी काफी पॉपुलर हो रहा है। डिजिटल मार्केटिंग टूल्स जैसे SEO टूल्स, सोशल मीडिया मैनेजमेंट टूल्स, और एनालिटिक्स टूल्स को प्रमोट करके एफिलिएट्स अच्छा कमीशन कमा सकते हैं।

  • उदाहरण: सेमरश, अहरेफ्स, बफर, होटसूइट
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन या रेकरिंग कमीशन

ये टूल्स सामान्यतः B2B सर्विसेज़ होती हैं, और इनके एफिलिएट प्रोग्राम्स में रेकरिंग कमीशन ऑफर किया जाता है, जिससे एफिलिएट्स लंबे समय तक पैसे कमा सकते हैं। कई कंपनियां एफिलिएट्स को एक बार का बड़ा कमीशन भी देती हैं, खासकर अगर कस्टमर सालाना सब्सक्रिप्शन लेता है।

8. VPN और सिक्योरिटी टूल्स एफिलिएट प्रोग्राम्स

VPN (Virtual Private Network) और साइबर सिक्योरिटी टूल्स की आजकल बहुत मांग है क्योंकि ऑनलाइन प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर अवेयरनेस बढ़ रही है। ये सर्विसेज काफी डिमांड में होती हैं, और इनके एफिलिएट प्रोग्राम्स भी लाभदायक होते हैं।

  • उदाहरण: नॉर्डVPN, एक्सप्रेसVPN, सुरफशार्क
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन या रेकरिंग कमीशन

VPN सर्विसेज़ के एफिलिएट प्रोग्राम्स में एफिलिएट्स को हर नई साइन-अप पर कमीशन मिलता है, और कई बार रेकरिंग कमीशन भी ऑफर किया जाता है। कमीशन की रेंज सामान्यतः 30% से 50% तक हो सकती है, जिससे यह एफिलिएट मार्केटर्स के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन बनता है।

9. फ़्रीलांस मार्केटप्लेस एफिलिएट प्रोग्राम्स

फ़्रीलांस मार्केटप्लेस जैसे Upwork, Fiverr, और Freelancer.com की सर्विसेज़ का इस्तेमाल लोग फ़्रीलांस काम ढूंढने और ऑफर करने के लिए करते हैं। अगर आपकी ऑडियंस उन लोगों से मिलती-जुलती है जो फ़्रीलांस सर्विसेज़ या हायरिंग करते हैं, तो इन प्रोग्राम्स से आप अच्छा कमीशन कमा सकते हैं।

  • उदाहरण: फिवर, अपवर्क, टॉपटैल
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन

इन प्लेटफार्म्स पर एफिलिएट्स को आम तौर पर उस नए यूज़र की पहली परचेज़ या हायरिंग पर कमीशन मिलता है। कमीशन की रेंज काफी वेरिएबल होती है, लेकिन यह एफिलिएट्स के लिए एक अच्छा सोर्स हो सकता है।

10. ट्रैवल सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

ट्रैवल इंडस्ट्री में भी एफिलिएट प्रोग्राम्स काफी फायदेमंद होते हैं। ट्रैवल बुकिंग साइट्स, होटल बुकिंग, और एयरलाइन टिकट की सर्विसेज़ को प्रमोट करके एफिलिएट्स कमीशन कमा सकते हैं। ट्रैवल ब्लॉगर्स के लिए यह बहुत ही अच्छा ऑप्शन है क्योंकि उनकी ऑडियंस ट्रैवल से संबंधित सर्विसेज़ में इंटरेस्टेड होती है।

  • उदाहरण: बुकिंग.कॉम, एक्सपीडिया, ट्रिपएडवाइजर
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन

ट्रैवल एफिलिएट प्रोग्राम्स में एफिलिएट्स को हर बुकिंग पर कमीशन मिलता है। ये कमीशन सामान्यतः 3% से 10% तक होते हैं, लेकिन अगर बुकिंग हाई-टिकट आइटम्स जैसे इंटरनेशनल फ्लाइट्स या लग्ज़री होटल्स की होती है, तो कमीशन काफी बढ़ सकता है।

11. हेल्थ और फिटनेस सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

हेल्थ और फिटनेस भी एक ऐसी इंडस्ट्री है जहां पर सर्विसेज़ के एफिलिएट प्रोग्राम्स का बहुत स्कोप है। चाहे वो फिटनेस ट्रेनिंग सब्सक्रिप्शन्स हों, वर्कआउट प्लान्स, या हेल्थ-कंसल्टेशन सर्विसेज़ हों, इनकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है।

  • उदाहरण: नोम, फिटबिट प्रीमियम, कैलम
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग कमीशन

हेल्थ और फिटनेस सर्विसेज़ के एफिलिएट प्रोग्राम्स में रेकरिंग कमीशन मॉडल काफी पॉपुलर है, क्योंकि इनमें सब्सक्रिप्शन-बेस्ड सर्विसेज़ का चलन ज्यादा है। एफिलिएट्स को हर बार जब कस्टमर अपना सब्सक्रिप्शन रिन्यू करता है, कमीशन मिलता है।

12. लीगल सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

लीगल सर्विसेज भी एक ऐसा फील्ड है जहां एफिलिएट प्रोग्राम्स तेजी से उभर रहे हैं। लीगल डॉक्यूमेंट प्रिपरेशन सर्विसेज, ऑनलाइन वकील कंसल्टेशन, और बिज़नेस रजिस्ट्रेशन सर्विसेज का प्रमोशन करके एफिलिएट्स अच्छा कमीशन कमा सकते हैं।

  • उदाहरण: लीगलज़ूम, इंकफाइल, नोोलो
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन या रेकरिंग कमीशन

लीगल सर्विसेज में वन-टाइम कमीशन अधिक होता है, क्योंकि ये सर्विसेज़ आम तौर पर हाई-टिकट आइटम्स होती हैं। हालांकि, कुछ सर्विसेज़ रेकरिंग कमीशन भी ऑफर करती हैं, खासकर अगर वह सब्सक्रिप्शन-बेस्ड हों।

13. कंटेंट राइटिंग और कॉपीराइटिंग सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

अगर आपकी ऑडियंस बिज़नेस ऑनर्स, ब्लॉगर्स, या डिजिटल मार्केटर्स है, तो कंटेंट राइटिंग और कॉपीराइटिंग सर्विसेज का एफिलिएट प्रोग्राम आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इन सर्विसेज की डिमांड लगातार बढ़ रही है क्योंकि हर बिज़नेस को हाई-क्वालिटी कंटेंट की ज़रूरत होती है।

  • उदाहरण: प्रॉराइटर, ग्रैमरली, कॉपीएआई
  • कमीशन मॉडल: वन-टाइम कमीशन या रेकरिंग कमीशन

इन सर्विसेज में एफिलिएट्स को या तो रेकरिंग कमीशन मिलता है अगर कस्टमर सब्सक्रिप्शन लेता है, या फिर एक बार का कमीशन मिलता है जब कोई यूज़र किसी सर्विस का इस्तेमाल करता है।

14. क्लाउड स्टोरेज और बैकअप सर्विसेज एफिलिएट प्रोग्राम्स

क्लाउड स्टोरेज और बैकअप सर्विसेज आज के डिजिटल युग में काफी महत्वपूर्ण हो गई हैं। इन सर्विसेज का एफिलिएट प्रोग्राम भी एफिलिएट मार्केटर्स के लिए एक शानदार अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी ऑडियंस टेक्नोलॉजी या डिजिटल कंटेंट से जुड़ी है।

  • उदाहरण: ड्रॉपबॉक्स, गूगल ड्राइव, बैकब्लेज
  • कमीशन मॉडल: रेकरिंग कमीशन या वन-टाइम कमीशन

इन प्रोग्राम्स में एफिलिएट्स को रेकरिंग कमीशन मिल सकता है, जब भी कस्टमर अपनी क्लाउड सर्विस का सब्सक्रिप्शन रिन्यू करता है। इस प्रकार के प्रोग्राम्स में कमीशन 15% से 40% तक हो सकता है।

निष्कर्ष

सर्विसेज-बेस्ड एफिलिएट प्रोग्राम्स एफिलिएट मार्केटर्स के लिए एक शानदार ऑप्शन हो सकते हैं क्योंकि इनमें रेकरिंग कमीशन और हाई-टिकट कमीशन की संभावना अधिक होती है।

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Table of Contents

  1. एफिलिएट मार्केटिंग क्या है? में कैसे शुरू कर सकता हूँ? 
  2. एफिलिएट मार्केटिंग की हिस्ट्री और एवोलुशन 
  3. बेनिफिट्स एंड पोटेंशियल ऑफ़ एफिलिएट मार्केटिंग 
  4. एफिलिएट मार्केटिंग की प्लेयर्स 
  5. पेमेंट मॉडल्स इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  6. टाइप्स ऑफ़ एफिलिएट प्रोग्राम्स - फिजिकल प्रोडक्ट्स 
  7. टाइप्स ऑफ़ एफिलिएट प्रोग्राम्स - डिजिटल प्रोडक्ट्स 
  8. टाइप्स ऑफ़ एफिलिएट प्रोग्राम्स - सर्विसेज 
  9. इम्पोर्टेंस ऑफ़ Niche सिलेक्शन इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  10. एफिलिएट मार्केटिंग के लिए प्रॉफिटेबल नीचेस (niches) कैसे चुने? 
  11. मार्केट रिसर्च - टूल्स एंड टेक्निक्स फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  12. मार्केट रिसर्च - एनलाइज़िंग कॉम्पिटिटर्स इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  13. सेटिंग अप योर प्लेटफार्म - ब्लॉगस, वेबसाइटस एंड सोशल मीडिया चैनल्स फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  14. सेटिंग अप योर प्लेटफार्म - डोमेन एंड होस्टिंग एसेंशियल फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  15. पॉपुलर एफिलिएट नेटवर्क्स - अमेज़न एसोसिएट, शेयर ए सेल, क्लिक बैंक 
  16. एफिलिएट प्रोग्राम्स में कमीशन रेट क्या है? 
  17. एफिलिएट मार्केटिंग में कुकी डूरेशन क्यों महत्वपूर्ण है? 
  18. सपोर्ट एंड रिसोर्सेज फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  19. टाइप्स ऑफ़ कंटेंट- ब्लोग्स, वीडियोस एंड पोडकास्टस फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  20. कंटेंट स्ट्रेटेजी फॉर डिफरेंट प्लेटफॉर्म्स फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  21. कीवर्ड रिसर्च फॉर एफिलिएट मार्केटिंग - बेसिक एसईओ 
  22. ऑन पेज एंड ऑफ पेज एसईओ फॉर एफिलिएट मार्केटिंग 
  23. कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज - ब्लॉगिंग, व्लॉगिंग, सोशल मीडिया 
  24. एफिलिएट लिंक प्रमोशन - ईमेल मार्केटिंग 
  25. एफिलिएट लिंक प्रमोशन - सोशल मीडिया मार्केटिंग 
  26. एफिलिएट लिंक प्रमोशन - पेड एडवरटाइजिंग 
  27. बिल्डिंग ऑडियंस - एंगेजिंग विथ योर ऑडियंस - एफिलिएट मार्केटिंग 
  28. बिल्डिंग ऑडियंस - ट्रस्ट एंड क्रेडिबिलिटी - एफिलिएट मार्केटिंग 
  29. ट्रैकिंग परफॉरमेंस इन एफिलिएट मार्केटिंग - सीटीआर, कन्वर्शन रेट, आरओआई 
  30. एफिलिएट मार्केटिंग में परफॉरमेंस ट्रैकिंग और एनालिसिस के लिए टूल्स 
  31. ए/बी टेस्टिंग से एफिलिएट मार्केटिंग कैंपेन को ऑप्टिमाइज़ करना 
  32. एफिलिएट मार्केटिंग में कन्वर्शन रेट सुधारने के तरीके 
  33. एफिलिएट प्रोग्राम पॉलिसीज़ का पालन करना 
  34. एफ टी सी गाइडलाइन्स एंड डिस्क्लोज़रस इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  35. बिल्डिंग ट्रांसपेरेंसी एंड ट्रस्ट इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  36. ऑटोमेटिंग प्रोसेसेस इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  37. आउट सोर्सिंग टास्कस इन एफिलिएट मार्केटिंग 
  38. इनक्रीज योर एफिलिएट इनकम बाय जोइनिंग मल्टीप्ल एफिलिएट प्रोग्राम्स 
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