ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड प्रोम्प्टस - प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग एक जटिल और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें AI और मशीन लर्निंग मॉडल्स को सही दिशा में काम करने के लिए निर्देश दिए जाते हैं। इस प्रक्रिया में दो प्रमुख प्रकार के प्रॉम्प्ट्स होते हैं: ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स। इन दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स का उपयोग विभिन्न स्थितियों और आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है। इस लेख में, हम ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के बीच के अंतर, उनके उपयोग, और उनके लाभों और सीमाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स को समझें
ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स वे प्रॉम्प्ट्स होते हैं जिनमें AI को अधिक स्वतंत्रता दी जाती है ताकि वह अपनी समझ और निर्णय के अनुसार उत्तर प्रदान कर सके। इन प्रॉम्प्ट्स में कोई निश्चित उत्तर नहीं होता है, बल्कि AI को यह निर्णय लेना होता है कि वह किस दिशा में और कैसे उत्तर देगा। उदाहरण के लिए, "What do you think about climate change?" यह एक ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट है, जिसमें AI को विषय पर अपने विचार प्रकट करने की स्वतंत्रता दी गई है।
2. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के लाभ जानें
ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के कई लाभ हैं:
- सृजनात्मकता को प्रोत्साहन: ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स AI की सृजनात्मकता को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि उन्हें अपने उत्तर को डिजाइन करने की स्वतंत्रता होती है।
- विस्तृत उत्तर: ये प्रॉम्प्ट्स विस्तृत और गहराई से उत्तर देने की क्षमता रखते हैं, जो किसी भी विषय पर अधिक व्यापक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
- अधिक मानवीय उत्तर: चूंकि AI को अपनी समझ के अनुसार उत्तर देने की स्वतंत्रता होती है, इसलिए यह अधिक मानवीय और प्राकृतिक उत्तर प्रदान कर सकता है।
3. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स की सीमाएं समझें
हालांकि ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के कई लाभ हैं, फिर भी इनकी कुछ सीमाएँ भी हैं:
- अनिश्चितता: चूंकि कोई निश्चित उत्तर नहीं होता है, इसलिए AI द्वारा दिए गए उत्तर में अनिश्चितता हो सकती है, जो कि कभी-कभी अप्रत्याशित परिणाम दे सकता है।
- विशिष्टता की कमी: ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स में उत्तरों की विशेषता नहीं होती है, जिससे परिणाम व्यापक हो सकते हैं, लेकिन अधिक सटीक नहीं।
- समय और संसाधन: इन प्रॉम्प्ट्स का उपयोग करने पर AI को अधिक समय और संसाधनों की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि उसे उत्तर तैयार करने में अधिक विचार करना पड़ता है।
4. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग जानें
ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है, जहां सृजनात्मकता, विचारशीलता, और गहराई से विश्लेषण की आवश्यकता होती है। कुछ प्रमुख उदाहरण हैं:
- रिसर्च और डेवलपमेंट: नई खोजों और विचारों को उत्पन्न करने के लिए ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग किया जा सकता है।
- कन्वर्सेशनल एजेंट्स: ग्राहक सेवा में उपयोग होने वाले चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट्स के लिए, जहां उपयोगकर्ता की जरूरतों के अनुसार उत्तर देना आवश्यक होता है।
- कंटेंट जेनरेशन: विभिन्न प्रकार के कंटेंट, जैसे लेख, ब्लॉग पोस्ट, और स्टोरीज के लिए AI को ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के माध्यम से निर्देशित किया जा सकता है।
5. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स को समझें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स वे प्रॉम्प्ट्स होते हैं जिनमें AI को एक निश्चित, संकीर्ण और पूर्व-निर्धारित उत्तर देना होता है। ये प्रॉम्प्ट्स स्पष्ट रूप से परिभाषित होते हैं, और उनके उत्तर सीमित विकल्पों में से होते हैं। उदाहरण के लिए, "Is the Earth round or flat?" यह एक क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट है, जिसमें उत्तर केवल "round" या "flat" हो सकता है।
6. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के लाभ जानें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के कई लाभ हैं:
- सटीकता और स्पष्टता: क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उत्तर स्पष्ट और सटीक होता है, जिससे कोई भ्रम नहीं होता।
- तेज गति: चूंकि उत्तर पूर्व-निर्धारित होते हैं, AI उन्हें जल्दी और आसानी से दे सकता है।
- सीमित विकल्प: ये प्रॉम्प्ट्स AI को सीमित विकल्पों में से चुनने के लिए मजबूर करते हैं, जिससे गलतफहमी की संभावना कम हो जाती है।
7. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स की सीमाएं जानें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स की भी कुछ सीमाएं होती हैं:
- सृजनात्मकता की कमी: चूंकि उत्तर सीमित होते हैं, इसलिए AI को अपनी सृजनात्मकता का उपयोग करने का अवसर नहीं मिलता।
- गहराई की कमी: इन प्रॉम्प्ट्स के उत्तर अक्सर सरल होते हैं, जिनमें विषय की गहराई का अभाव होता है।
- मानव संपर्क का अभाव: चूंकि उत्तर पूर्व-निर्धारित होते हैं, इसलिए वे कभी-कभी कठोर और अप्राकृतिक महसूस हो सकते हैं।
8. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग देखें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जाता है जहां सटीकता, गति, और स्पष्टता की आवश्यकता होती है। कुछ प्रमुख उदाहरण हैं:
- डेटा एनालिटिक्स: सटीक और संक्षिप्त उत्तर देने के लिए, जैसे "हां" या "नहीं"।
- क्विज़ और सर्वे: जहां प्रश्नों के उत्तर सीमित विकल्पों में होते हैं।
- वित्तीय सेवाएं: जहां सटीकता और स्पष्टता महत्वपूर्ण होती है, जैसे कि "क्या आपका खाता नंबर यह है?"
9. ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के बीच संतुलन बनायें
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के बीच संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है। दोनों के अपने-अपने फायदे और सीमाएँ हैं, और उनका उपयोग संदर्भ और आवश्यकता के अनुसार किया जाना चाहिए। कुछ स्थितियों में, दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स का संयोजन भी उपयोगी हो सकता है, जिससे सटीकता और सृजनात्मकता दोनों को बढ़ावा मिल सकता है।
10. उदाहरण: एक केस स्टडी देखें
मान लीजिए कि हम एक एंटरप्राइज AI सिस्टम के लिए प्रॉम्प्ट्स डिजाइन कर रहे हैं जो कि एक कंपनी के अंदर विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट्स जनरेट करता है। यहां ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का संतुलित उपयोग आवश्यक हो सकता है।
- ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट: "Can you generate a report on the company's quarterly financial performance?" इस प्रकार का प्रॉम्प्ट AI को स्वतंत्रता देता है कि वह रिपोर्ट को कैसे प्रस्तुत करेगा और किन तत्वों को शामिल करेगा।
- क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट: "Is the company's revenue higher than last quarter?" यह प्रश्न सीमित उत्तर की मांग करता है, जिससे AI को सिर्फ "Yes" या "No" में उत्तर देना होता है।
इस प्रकार, AI सिस्टम के लिए दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स का उपयोग किया जा सकता है ताकि वह अधिक प्रभावी और सटीक तरीके से कार्य कर सके।
11. ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का कंबिनेशन अपनाएं
जब हम प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग की बात करते हैं, तो अक्सर ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का एक साथ उपयोग करना आवश्यक हो जाता है। यह कंबिनेशन AI सिस्टम्स को बेहतर बनाने और उनके उत्तरों की सटीकता और सृजनात्मकता दोनों को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
1. उदाहरण: शिक्षा के क्षेत्र में आजमाएं
शिक्षा के क्षेत्र में, छात्र के सीखने की क्षमता और उसके उत्तरों की गुणवत्ता को मापने के लिए दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स का उपयोग किया जा सकता है।
- ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट: "Describe the impact of the Industrial Revolution on modern society." इस प्रश्न में छात्र को स्वतंत्र रूप से उत्तर देने की स्वतंत्रता होती है, जिससे उसकी विचारशीलता और समझ का मूल्यांकन किया जा सकता है।
- क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट: "Did the Industrial Revolution begin in the 18th century?" इस प्रश्न का उत्तर सिर्फ "Yes" या "No" में दिया जा सकता है, जो सटीकता का मापदंड है।
12. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के निर्माण के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
जब आप ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स तैयार करते हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- स्पष्ट निर्देश: प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से डिजाइन करें कि AI को स्पष्ट रूप से पता हो कि उसे किस दिशा में उत्तर देना है।
- प्रसंग और संदर्भ: प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से बनाएं कि वे प्रसंग और संदर्भ के अनुसार उपयुक्त हों। उदाहरण के लिए, अगर आप एक स्टोरी जेनरेट कराना चाहते हैं, तो उस स्टोरी के संदर्भ को स्पष्ट करें।
- संभावनाओं की विस्तृत श्रृंखला: प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से डिजाइन करें कि वे AI को विस्तृत संभावनाओं के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करें। यह सृजनात्मकता को बढ़ावा देगा।
13. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के निर्माण के दौरान ध्यान देने योग्य बातें जानें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स को तैयार करते समय, कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- सटीकता: प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से डिजाइन करें कि उनका उत्तर सटीक हो। यहां अस्पष्टता की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
- लघुता: क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स संक्षिप्त और सीधे होने चाहिए। इससे AI को उत्तर देने में कम समय लगेगा।
- सीमित विकल्प: प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से डिजाइन करें कि उत्तर सीमित विकल्पों में से हो, जैसे कि "Yes" या "No", या "Option A", "Option B"।
14. ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के संयोजन का प्रभाव समझें
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में जब दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स का संयोजन किया जाता है, तो इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। यह न केवल AI के उत्तरों की गुणवत्ता को बढ़ाता है, बल्कि सिस्टम की प्रभावशीलता को भी बढ़ाता है।
1. बहुआयामी उत्तर
ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के संयोजन से AI बहुआयामी उत्तर प्रदान कर सकता है, जो कि सटीक और विचारशील दोनों होते हैं। उदाहरण के लिए, एक चैटबॉट का उपयोग करते समय, ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के लिए क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग किया जा सकता है, जैसे "Did the customer receive the product on time?" और उसके बाद ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग किया जा सकता है, जैसे "Describe the customer's experience with the product."
2. गहरी समझ
ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स AI को किसी विषय के बारे में गहरी समझ प्राप्त करने में मदद करते हैं, जबकि क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स इसे एक सटीक दिशा में ले जाते हैं। यह संयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब AI को किसी जटिल समस्या को हल करना हो, जहां गहराई और सटीकता दोनों की आवश्यकता होती है।
15. चुनौतियाँ और समाधान
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का उपयोग करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर जब दोनों का संतुलन बनाए रखना हो।
1. ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स की चुनौती समझें
ओपन-एंडेड प्रॉम्प्ट्स में सबसे बड़ी चुनौती AI की सृजनात्मकता को सही दिशा में निर्देशित करना है। अगर प्रॉम्प्ट बहुत व्यापक हो, तो AI उत्तर देने में असमर्थ हो सकता है या उत्तर अस्पष्ट हो सकता है।
समाधान: प्रॉम्प्ट्स को स्पष्ट निर्देशों और सीमाओं के साथ डिजाइन करना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आप चाहते हैं कि AI एक स्टोरी लिखे, तो स्टोरी के बारे में कुछ प्रमुख पॉइंट्स प्रदान करें, जैसे कि "Write a story about a hero who saves a village from a natural disaster."
2. क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स की चुनौती समझें
क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स में सटीकता की आवश्यकता होती है, लेकिन अगर प्रॉम्प्ट बहुत संकीर्ण हो, तो AI का उत्तर सीमित हो सकता है और इससे विषय की गहराई की कमी हो सकती है।
समाधान: क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स को सटीकता के साथ डिजाइन करें, लेकिन साथ ही उनमें लचीलापन भी होना चाहिए। उदाहरण के लिए, "Is the patient's condition improving?" के बजाय, "Has the patient's condition improved in the last 24 hours?" जैसे प्रॉम्प्ट का उपयोग करें, जो सटीकता के साथ-साथ समय-सीमा भी निर्धारित करता है।
16. उन्नत प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग तकनीकें आजमाएं
ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का संयोजन करते समय कुछ उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है ताकि AI की क्षमता को और भी बढ़ाया जा सके।
1. प्रॉम्प्ट ट्यूनिंग करें
प्रॉम्प्ट ट्यूनिंग एक तकनीक है जिसमें AI के लिए प्रॉम्प्ट्स को अनुकूलित किया जाता है ताकि वे अधिक सटीक और प्रभावी उत्तर प्रदान कर सकें। यह विशेष रूप से तब उपयोगी होता है जब एक ही प्रॉम्प्ट का उपयोग कई बार किया जा रहा हो और उसके उत्तरों में सुधार की आवश्यकता हो।
2. कंटेक्स्टुअल प्रॉम्प्ट्स क्रिएट करें
कंटेक्स्टुअल प्रॉम्प्ट्स का उपयोग करके AI को संदर्भ के आधार पर उत्तर देने की क्षमता दी जा सकती है। यह तकनीक AI को अधिक बुद्धिमान और संवेदनशील बनाती है, क्योंकि वह उस संदर्भ को समझकर उत्तर देता है जिसमें प्रॉम्प्ट दिया गया है।
3. हाइब्रिड प्रॉम्प्ट्स बनायें
हाइब्रिड प्रॉम्प्ट्स एक नई और उन्नत तकनीक है जिसमें ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स को मिलाकर एक प्रॉम्प्ट तैयार किया जाता है। यह प्रॉम्प्ट AI को सटीक दिशा में ले जाने के साथ-साथ उसकी सृजनात्मकता को भी बढ़ावा देता है।
17. फीडबैक लूप्स और सुधार पर ध्यान दें
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में फीडबैक लूप्स का उपयोग करके ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के उत्तरों को निरंतर सुधार किया जा सकता है। जब AI किसी प्रॉम्प्ट का उत्तर देता है, तो उसके उत्तर का विश्लेषण किया जा सकता है और अगर कोई कमी पाई जाती है, तो प्रॉम्प्ट्स को सुधारने के लिए फीडबैक दिया जा सकता है।
1. फीडबैक लूप्स का महत्व समझें
फीडबैक लूप्स AI को समय के साथ सुधार करने में मदद करते हैं। जब AI को यह बताया जाता है कि उसका उत्तर कहाँ गलत था या कैसे सुधार किया जा सकता है, तो वह अगले प्रॉम्प्ट पर बेहतर तरीके से काम करता है।
2. फीडबैक का प्रभाव जानें
फीडबैक का सकारात्मक प्रभाव AI की सीखने की क्षमता को बढ़ाता है। इससे न केवल AI के उत्तरों की गुणवत्ता में सुधार होता है, बल्कि वह अधिक सटीक और संवेदनशील भी बनता है।
18. भविष्य की दिशा देखें
ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के उपयोग में हो रहे निरंतर सुधार और नई तकनीकों के विकास के साथ, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का भविष्य उज्ज्वल है।
1. ऑटोमेटेड प्रॉम्प्ट जनरेशन होगा
भविष्य में, AI स्वयं प्रॉम्प्ट्स जनरेट करने की क्षमता विकसित कर सकता है, जिससे प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में क्रांति आ सकती है। इससे AI सिस्टम्स को स्वायत्तता मिलेगी और वे मानव इंटरवेंशन के बिना भी काम कर सकेंगे।
2. मल्टीमॉडल प्रॉम्प्ट्स क्रिएट होंगे
मल्टीमॉडल प्रॉम्प्ट्स का उपयोग करके AI को न केवल टेक्स्ट बल्कि इमेज, वीडियो, और ऑडियो जैसी विभिन्न माध्यमों के आधार पर उत्तर देने की क्षमता मिलेगी। यह AI को और भी अधिक प्रभावशाली और बहुमुखी बना सकता है।
3. एथिकल और जिम्मेदार AI की समझ आएगी
ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के उपयोग में एथिकल और जिम्मेदार AI की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। भविष्य में AI को इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि वह समाज के लिए सुरक्षित और लाभदायक हो, साथ ही उसके निर्णयों में पारदर्शिता और जवाबदेही भी हो।
19. निष्कर्ष
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स का संतुलित उपयोग AI सिस्टम्स की गुणवत्ता और उनकी प्रभावशीलता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दोनों प्रकार के प्रॉम्प्ट्स के अपने-अपने लाभ और सीमाएं हैं, और उनका सही ढंग से उपयोग करने से AI को सटीक और संवेदनशील उत्तर देने की क्षमता मिलती है।
भविष्य में, जब प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग में नई तकनीकों और सुधारों का समावेश होगा, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि AI सिस्टम्स और भी अधिक बुद्धिमान और प्रभावशाली होंगे। यह समय है कि हम ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड प्रॉम्प्ट्स के महत्व को समझें और उन्हें सही ढंग से उपयोग करें ताकि AI तकनीक को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकें।
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