प्रोडक्शन से पहले वीडियो की स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग कैसे करें।

प्रोडक्शन से पहले वीडियो की स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग कैसे करें।

वीडियो प्रोडक्शन के लिए स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग का महत्व बहुत अधिक है। ये दो चरण किसी भी वीडियो के निर्माण की नींव होते हैं। अगर आप एक प्रभावी और सफल वीडियो बनाना चाहते हैं, तो आपको इन दोनों पहलुओं पर ध्यान देना होगा। इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि प्रोडक्शन से पहले वीडियो की स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग कैसे की जाती है और इसमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. वीडियो स्क्रिप्टिंग क्या है?

वीडियो स्क्रिप्टिंग वह प्रक्रिया है जिसमें वीडियो के संवाद, नैरेशन, और विज़ुअल्स के लिए निर्देश लिखे जाते हैं। इसे एक रोडमैप की तरह समझा जा सकता है, जो आपके वीडियो को एक स्पष्ट दिशा और उद्देश्य देता है। स्क्रिप्ट के बिना, वीडियो की कहानी और संदेश बिखर सकता है, जिससे दर्शकों पर वह प्रभाव नहीं पड़ेगा जो आप चाहते हैं।

स्क्रिप्टिंग के मुख्य एलिमेंट्स समझें 

  • लॉजिकल फ्लो: एक अच्छी स्क्रिप्ट में स्पष्ट और लॉजिकल फ्लो होना चाहिए। वीडियो के हर हिस्से का एक उद्देश्य होना चाहिए और इसे सहजता से अगले हिस्से से जोड़ना चाहिए।
  • संवाद: संवाद वीडियो की आत्मा होते हैं। वे आपके संदेश को स्पष्ट रूप से दर्शकों तक पहुंचाने में मदद करते हैं। संवादों को साधारण और प्रभावी बनाएं, ताकि दर्शक आसानी से समझ सकें।
  • वॉयसओवर: अगर आपका वीडियो वॉयसओवर की जरूरत है, तो वॉयसओवर स्क्रिप्ट को भी तैयार करें। यह स्क्रिप्ट वीडियो के विज़ुअल्स के साथ तालमेल में होनी चाहिए।
  • एक्शन डायरेक्शन: स्क्रिप्ट में यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि वीडियो में कौन-कौन से एक्शन होंगे। उदाहरण के लिए, किस सीन में कौन से पात्र क्या करेंगे, कैमरा कोण क्या होगा, आदि।

2. वीडियो स्टोरी बोर्डिंग क्या है?

स्टोरी बोर्डिंग वह प्रक्रिया है जिसमें वीडियो के हर शॉट का विज़ुअल प्रतिनिधित्व तैयार किया जाता है। यह एक तरह का ब्लूप्रिंट है, जो वीडियो के हर सीन और शॉट को स्पष्ट रूप से दिखाता है। स्टोरी बोर्ड का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रोडक्शन के दौरान कोई भी शॉट या सीन अनदेखा न हो और पूरी प्रक्रिया सुव्यवस्थित तरीके से हो सके।

स्टोरी बोर्ड के मुख्य एलिमेंट्स समझें 

  • फ्रेम्स: स्टोरी बोर्ड में वीडियो के हर शॉट का एक फ्रेम होता है, जिसमें उस शॉट के विज़ुअल्स, कैमरा एंगल, और पात्रों की पोजीशन दिखायी जाती है।
  • शॉट्स का क्रम: स्टोरी बोर्ड में शॉट्स का अनुक्रम भी महत्वपूर्ण होता है। यह अनुक्रम वीडियो की कथा को सही तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करता है।
  • कैमरा मूवमेंट: स्टोरी बोर्ड में कैमरा मूवमेंट का भी उल्लेख किया जाता है। इससे प्रोडक्शन टीम को यह समझने में मदद मिलती है कि कैमरा को किस तरीके से मूव करना है।
  • पात्रों की पोजीशन: स्टोरी बोर्ड में पात्रों की पोजीशन और उनकी गतिविधियों का भी स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाता है।

3. स्क्रिप्टिंग की सही प्रक्रिया जानें 

अब आइए, वीडियो स्क्रिप्टिंग की प्रक्रिया को विस्तार से समझते हैं।

1. कहानी का विचार तैयार करें 

किसी भी वीडियो की शुरुआत एक विचार से होती है। यह विचार आपकी वीडियो की पूरी कहानी की नींव होता है। इस विचार को लिखित रूप में तैयार करना ही स्क्रिप्टिंग का पहला कदम है। यह विचार आपके वीडियो का मूल संदेश होना चाहिए, जिसे आप दर्शकों तक पहुंचाना चाहते हैं।

2. आउटलाइन तैयार करें 

विचार को स्पष्ट रूप से समझने के बाद, आपको वीडियो की आउटलाइन तैयार करनी होगी। यह आउटलाइन आपके वीडियो की मुख्य घटनाओं और हिस्सों को क्रमबद्ध तरीके से प्रस्तुत करेगी। आउटलाइन तैयार करने से आपको वीडियो के हर हिस्से की एक स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी और आप यह तय कर सकेंगे कि किस हिस्से को कितनी प्राथमिकता देनी है।

3. डिटेलिंग करें 

आउटलाइन तैयार करने के बाद, अब आपको हर हिस्से की डिटेलिंग करनी होगी। इसमें संवाद, वॉयसओवर, और एक्शन डायरेक्शन शामिल होते हैं। यह डिटेलिंग आपके वीडियो की स्क्रिप्ट को एक फाइनल रूप देती है।

4. डायलॉग्स लिखें 

डायलॉग्स लिखना स्क्रिप्टिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। डायलॉग्स को प्रभावी और संक्षिप्त होना चाहिए, ताकि वे दर्शकों पर गहरा प्रभाव डाल सकें। डायलॉग्स में भाषा का चयन भी महत्वपूर्ण होता है, जिससे वे दर्शकों की समझ में आ सकें।

5. रिव्यू और रिवाइज करें 

स्क्रिप्टिंग की प्रक्रिया का आखिरी चरण है रिव्यू और रिवाइज करना। स्क्रिप्ट को बार-बार पढ़ें और उसमें सुधार करें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी स्क्रिप्ट में कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी छूटी न हो और हर पहलू को सही ढंग से प्रस्तुत किया गया हो।

4. स्टोरी बोर्डिंग की सही प्रक्रिया जानें 

स्टोरी बोर्डिंग स्क्रिप्टिंग के बाद की प्रक्रिया है, जिसमें वीडियो के हर शॉट का विज़ुअल ब्लूप्रिंट तैयार किया जाता है। आइए, स्टोरी बोर्डिंग की प्रक्रिया को समझते हैं।

1. स्क्रिप्ट के अनुसार शॉट्स की पहचान करें 

स्टोरी बोर्डिंग की शुरुआत स्क्रिप्ट के अनुसार शॉट्स की पहचान से होती है। स्क्रिप्ट में दिए गए हर सीन और शॉट को स्टोरी बोर्ड में विज़ुअल रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

2. शॉट्स का क्रम तय करें 

शॉट्स का क्रम तय करना स्टोरी बोर्डिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। शॉट्स का अनुक्रम इस प्रकार होना चाहिए कि वह वीडियो की कहानी को स्पष्ट और सुसंगत तरीके से प्रस्तुत कर सके।

3. फ्रेम्स की ड्रॉइंग करें 

स्टोरी बोर्ड में हर शॉट का एक फ्रेम होता है, जिसमें उस शॉट के विज़ुअल्स, कैमरा एंगल, और पात्रों की पोजीशन का उल्लेख होता है। फ्रेम्स की ड्रॉइंग करते समय यह सुनिश्चित करें कि हर शॉट का विज़ुअल स्पष्ट हो और उसे समझने में कोई कठिनाई न हो।

4. कैमरा मूवमेंट और एंगल्स चुनें 

स्टोरी बोर्ड में कैमरा मूवमेंट और एंगल्स का भी ध्यान रखना पड़ता है। इससे प्रोडक्शन टीम को यह समझने में मदद मिलती है कि वीडियो के किस हिस्से में कैमरा को कैसे मूव करना है और किस एंगल से शूटिंग करनी है।

5. फाइनल स्टोरी बोर्ड तैयार करें 

स्टोरी बोर्डिंग की प्रक्रिया का आखिरी चरण है फाइनल स्टोरी बोर्ड तैयार करना। यह सुनिश्चित करें कि हर शॉट का विज़ुअल सही तरीके से प्रस्तुत किया गया हो और पूरी कहानी को समझने में कोई दिक्कत न हो।

5. स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग के लिए टिप्स

अब जब हमने स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग की मूल बातें समझ ली हैं, तो आइए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स पर चर्चा करते हैं जो इस प्रक्रिया को और भी बेहतर बना सकती हैं।

1. स्पष्टता और सादगी बनाए रखें

आपकी स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड को सरल और स्पष्ट होना चाहिए। अक्सर हम जटिल और लंबे संवादों में फंस जाते हैं, जो दर्शकों के लिए समझने में कठिन हो सकते हैं। इसलिए, संवादों को छोटे और प्रभावी रखें। इसी तरह, स्टोरी बोर्ड में भी हर फ्रेम को स्पष्ट रूप से दर्शाना चाहिए ताकि प्रोडक्शन टीम इसे आसानी से समझ सके।

2. दर्शकों को ध्यान में रखें

वीडियो बनाते समय यह सोचना जरूरी है कि आपके दर्शक कौन हैं। उनकी भाषा, उनकी पसंद और उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए स्क्रिप्ट लिखें। अगर आप दर्शकों से सीधे जुड़ना चाहते हैं, तो आपको उनकी मानसिकता और आवश्यकताओं को समझना होगा। यह समझ आपके संवादों, वॉयसओवर, और यहां तक कि विज़ुअल्स को भी प्रभावित करेगी।

3. लचीलापन बनाए रखें

स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग के दौरान आपको लचीलापन बनाए रखना चाहिए। कभी-कभी प्रोडक्शन के दौरान नए विचार आते हैं, या किसी शॉट को बेहतर बनाने के लिए बदलाव की जरूरत पड़ती है। ऐसे में, यदि आपकी स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड में लचीलापन होगा, तो आप आसानी से इन परिवर्तनों को शामिल कर सकेंगे।

4. फीडबैक लें

जब आपकी स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड तैयार हो जाए, तो इसे प्रोडक्शन टीम या अन्य संबंधित लोगों के साथ साझा करें। उनसे फीडबैक लें और जहां जरूरी हो, वहां सुधार करें। बाहरी नजरिया अक्सर चीजों को एक अलग और बेहतर तरीके से देखने में मदद करता है।

5. प्रेरणा लें, लेकिन नकल न करें

आपको अन्य सफल वीडियो से प्रेरणा लेनी चाहिए, लेकिन उनकी नकल नहीं करनी चाहिए। प्रेरणा लेने से आपके काम में नयापन और क्रिएटिविटी आ सकती है, लेकिन नकल करने से आपका वीडियो अपना खुद का पहचान खो सकता है। अपने विचारों को मूल और नए तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश करें।

6. स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग में आम गलतियां

यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग में किन-किन आम गलतियों से बचा जा सकता है। आइए कुछ ऐसी ही गलतियों पर नजर डालते हैं।

1. बहुत ज्यादा जटिलता करना 

कभी-कभी हम अपनी स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड को इतना जटिल बना देते हैं कि उसे समझना और उस पर काम करना मुश्किल हो जाता है। यह जटिलता न केवल प्रोडक्शन प्रक्रिया को धीमा कर देती है, बल्कि वीडियो की गुणवत्ता पर भी असर डाल सकती है। इसलिए, सरलता और स्पष्टता पर ध्यान दें।

2. समय का गलत आकलन करना 

स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग के दौरान समय का सही आकलन करना महत्वपूर्ण है। यदि आप किसी सीन या शॉट के लिए बहुत ज्यादा समय दे देते हैं, तो यह वीडियो की गति को धीमा कर सकता है। वहीं, बहुत कम समय देने से दर्शक उस सीन को ठीक से समझ नहीं पाते।

3. दृश्यों और संवादों का असंतुलन बनाना 

एक और आम गलती है दृश्यों और संवादों के बीच असंतुलन। कभी-कभी हम संवादों पर इतना ध्यान केंद्रित कर लेते हैं कि विज़ुअल्स का महत्व भूल जाते हैं, या फिर विज़ुअल्स पर इतना जोर देते हैं कि संवादों की अहमियत कम हो जाती है। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दोनों का सही संतुलन बनाए रखा जाए।

4. फीडबैक को नज़रअंदाज़ करना

फीडबैक लेना और उसे लागू करना स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग का महत्वपूर्ण हिस्सा है। कई बार, लोग अपने काम में इतने आत्मविश्वासी हो जाते हैं कि वे दूसरों की राय को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यह गलत है। फीडबैक से आपको अपनी गलतियों को सुधारने और वीडियो को और भी बेहतर बनाने का मौका मिलता है।

5. स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड को एक साथ न जोड़ना

स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग को एक साथ जोड़ना जरूरी है। दोनों प्रक्रियाएं एक-दूसरे पर निर्भर करती हैं। यदि आपकी स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड एक-दूसरे के साथ सामंजस्य में नहीं हैं, तो प्रोडक्शन के दौरान कई समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए, इन्हें एक साथ रखें और यह सुनिश्चित करें कि वे एक-दूसरे का पूरक हों।

7. स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग के लिए उपयोगी टूल्स

आजकल, स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग के लिए कई डिजिटल टूल्स उपलब्ध हैं, जो इस प्रक्रिया को आसान और प्रभावी बना सकते हैं। आइए कुछ ऐसे ही उपयोगी टूल्स पर नजर डालते हैं।

1. Final Draft

Final Draft एक लोकप्रिय स्क्रिप्टिंग सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग दुनिया भर के पेशेवर स्क्रिप्ट राइटर्स द्वारा किया जाता है। यह टूल आपको स्क्रिप्ट लिखने, उसे फॉर्मेट करने, और रिवाइज करने में मदद करता है। इसका यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस और एडवांस्ड फीचर्स इसे स्क्रिप्टिंग के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं।

2. Celtx

Celtx एक और बेहतरीन टूल है, जो स्क्रिप्टिंग के साथ-साथ स्टोरी बोर्डिंग के लिए भी उपयोगी है। इस टूल में आप अपनी स्क्रिप्ट को विज़ुअल स्टोरी बोर्ड में कन्वर्ट कर सकते हैं, जिससे प्रोडक्शन टीम के लिए समझना आसान हो जाता है। यह क्लाउड-बेस्ड टूल है, जिससे आप अपनी टीम के साथ रीयल-टाइम में सहयोग कर सकते हैं।

3. Storyboard That

Storyboard That एक ऑनलाइन स्टोरी बोर्डिंग टूल है, जो यूजर-फ्रेंडली और कस्टमाइज़ेबल है। इसके माध्यम से आप आसानी से शॉट्स के लिए फ्रेम्स बना सकते हैं और उन्हें अनुकूलित कर सकते हैं। यह टूल खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो ड्रॉइंग में माहिर नहीं हैं लेकिन फिर भी एक प्रभावी स्टोरी बोर्ड बनाना चाहते हैं।

4. Trello

Trello एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल है, जिसे आप स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें आप अपने कार्यों को कार्ड्स और लिस्ट्स के रूप में व्यवस्थित कर सकते हैं, जिससे आपकी पूरी टीम के लिए काम करना आसान हो जाता है।

5. Adobe Premiere Pro

Adobe Premiere Pro एक वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर है, लेकिन इसका उपयोग स्टोरी बोर्डिंग के लिए भी किया जा सकता है। आप इसमें अपने शॉट्स और फ्रेम्स को क्रमबद्ध तरीके से व्यवस्थित कर सकते हैं, और साथ ही विज़ुअल्स और ऑडियो को भी शामिल कर सकते हैं। यह टूल खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो एडिटिंग के साथ-साथ स्टोरी बोर्डिंग भी करना चाहते हैं।

8. उदाहरण: सफल वीडियो प्रोडक्शन की एक केस स्टडी

अब तक हमने स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग की प्रक्रियाओं और टूल्स के बारे में चर्चा की है। आइए, इसे और भी स्पष्ट करने के लिए एक केस स्टडी पर नजर डालते हैं।

केस स्टडी: एक प्रमोशनल वीडियो का निर्माण

मान लीजिए, आपकी टीम को एक नए प्रोडक्ट के लिए प्रमोशनल वीडियो बनाना है। इस वीडियो का उद्देश्य प्रोडक्ट के फीचर्स को हाईलाइट करना और उसे दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाना है।

स्क्रिप्टिंग

इस वीडियो के लिए स्क्रिप्टिंग की शुरुआत एक स्पष्ट विचार से होती है। स्क्रिप्ट में प्रोडक्ट के यूनीक सेलिंग पॉइंट्स (USP) पर जोर दिया जाता है। संवादों को इस तरह से तैयार किया जाता है कि वे प्रोडक्ट की खासियत को प्रभावी ढंग से दर्शकों तक पहुंचा सकें। साथ ही, वॉयसओवर स्क्रिप्ट भी तैयार की जाती है, जो प्रोडक्ट के फीचर्स को विस्तार से समझाती है।

स्टोरी बोर्डिंग

स्क्रिप्ट तैयार होने के बाद, स्टोरी बोर्डिंग की प्रक्रिया शुरू होती है। हर शॉट के लिए फ्रेम्स बनाए जाते हैं, जिसमें प्रोडक्ट के क्लोज-अप शॉट्स, इसके उपयोग के तरीके, और विभिन्न एंगल्स शामिल होते हैं। स्टोरी बोर्ड में कैमरा मूवमेंट और एंगल्स का भी उल्लेख किया जाता है, जिससे प्रोडक्शन टीम को यह समझने में आसानी होती है कि वीडियो को कैसे शूट करना है।

प्रोडक्शन

स्टोरी बोर्ड और स्क्रिप्ट के आधार पर वीडियो की शूटिंग की जाती है। इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाता है कि हर शॉट स्टोरी बोर्ड के अनुसार हो, और संवाद स्क्रिप्ट के अनुसार बोले जाएं।

पोस्ट-प्रोडक्शन

शूटिंग के बाद, वीडियो को एडिट किया जाता है, जिसमें स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड की मदद से वीडियो को अंतिम रूप दिया जाता है। एडिटिंग के दौरान स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड का लगातार रिव्यू किया जाता है, ताकि कोई भी महत्वपूर्ण तत्व छूट न जाए।

नतीजा

अंत में, यह प्रमोशनल वीडियो सफल साबित होता है, क्योंकि स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग की मजबूत नींव पर इसे तैयार किया गया था। दर्शकों ने वीडियो को पसंद किया, और प्रोडक्ट की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई।

9. निष्कर्ष

स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग वीडियो प्रोडक्शन की महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं हैं, जो वीडियो की गुणवत्ता और प्रभाव को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इन प्रक्रियाओं के बिना, वीडियो का प्रोडक्शन बेतरतीब और अनियोजित हो सकता है। जब आप एक स्पष्ट और संगठित स्क्रिप्ट और स्टोरी बोर्ड के साथ काम करते हैं, तो न केवल आपकी प्रोडक्शन प्रक्रिया सुगम होती है, बल्कि अंतिम परिणाम भी दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ता है।

इसलिए, यदि आप एक सफल वीडियो प्रोड्यूस करना चाहते हैं, तो स्क्रिप्टिंग और स्टोरी बोर्डिंग की कला में महारत हासिल करें। यह आपकी क्रिएटिविटी को एक स्पष्ट दिशा देगा, और आपके विचारों को वास्तविकता में बदलने में मदद करेगा।

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