ब्लागिंग गलतियाँ क्या है? सामान्य ब्लॉगिंग गलतियों से बचें

ब्लागिंग गलतियाँ क्या है? 6 सामान्य ब्लॉगर गलतियों से बचें

जब भी नए ब्लॉगर्स ब्लॉगिंग करना शुरू करते है तो वे कुछ ऐसी गलतियाँ कर जाते है की उन्हें समझ नहीं आता है की क्यों वे ब्लॉगिंग में सफल नहीं हो पा रहे है। ब्लॉगिंग में ऐसी गलतियों से बचने के लिए कुछ कॉमन मिस्टेक्स यँहा पर बताई जा रही है। 

Mistake 1: Lack of Clear Niche

Orbit Media Studios की एक स्टडी में पाया गया कि जो ब्लॉग्स एक क्लियर निच पर फोकस करते हैं, वे 48% अधिक सक्सेसफुल होते हैं। 

Rand Fishkin, Moz के को-फाउंडर, कहते हैं, "अगर आप अपने ब्लॉग के लिए एक स्पेसिफिक निच नहीं चुनते, तो आप अपनी ऑडियंस को कंफ्यूज कर सकते हैं, और वे आपके कंटेंट से डिस्कनेक्ट महसूस करेंगे।"

  • Too Broad Topics: अगर आप ब्लॉगिंग टॉपिक्स बहुत ज्यादा ब्रॉड रखते हैं, तो आपके ऑडियंस को ये समझ नहीं आता कि आपके ब्लॉग का असली फोकस क्या है। एक निच मार्केट चुनना और उस पर फोकस करना बेहद ज़रूरी है ताकि आप अपने रीडर्स को वैल्यू दे सकें और वे आपके ब्लॉग पर बार-बार लौटें।
  • Undefined Audience: टारगेट ऑडियंस की पहचान न करना एक बड़ी गलती है। अगर आपको ये नहीं पता कि आप किसके लिए लिख रहे हैं, तो आपकी कंटेंट सही लोगों तक नहीं पहुँच पाएगी। अपने ऑडियंस को समझें, उनकी जरूरतों और प्रॉब्लम्स को जानें, और उसी के अनुसार कंटेंट तैयार करें।
  • Inconsistent Theme: ब्लॉग का थीम बार-बार बदलने से रीडर्स कन्फ्यूज हो जाते हैं। एक बार जब आप अपने ब्लॉग का थीम चुन लेते हैं, तो उसे लगातार मेंटेन रखें। इससे आपके ब्लॉग की ब्रांडिंग मजबूत होगी और रीडर्स को आपके ब्लॉग की पहचान आसानी से हो पाएगी।
  • Lack of Expertise: अगर आप जिस टॉपिक पर लिख रहे हैं, उसमें पर्याप्त नॉलेज नहीं है, तो रीडर्स को आपकी जानकारी अधूरी लगेगी। किसी भी टॉपिक पर लिखने से पहले उसकी गहरी समझ हासिल करें ताकि आप अपनी ऑडियंस को वैल्यू दे सकें।

Mistake 2: Poor Content Quality

HubSpot की एक रिपोर्ट के अनुसार, 70% मार्केटर्स का मानना है कि कंटेंट क्वालिटी का सीधा असर उनकी ऑडियंस की इंगेजमेंट और कन्वर्जन रेट पर पड़ता है। 

Neil Patel, एक प्रसिद्ध डिजिटल मार्केटर, बताते हैं, "कंटेंट क्वालिटी में कमी आपकी ऑडियंस का ट्रस्ट तोड़ सकती है, और आपके ब्लॉग की लॉन्ग-टर्म सक्सेस के लिए ये बेहद नुकसानदायक हो सकता है।"

  • Grammatical Errors: ब्लॉग पोस्ट में ग्रामर और स्पेलिंग मिस्टेक्स होने से आपकी प्रोफेशनल इमेज खराब हो सकती है। हमेशा अपने पोस्ट्स को पब्लिश करने से पहले अच्छी तरह से प्रूफरीड करें ताकि ऐसी गलतियाँ न हों।
  • Lack of Originality: कंटेंट में ओरिजिनल आईडियाज की कमी होने से रीडर्स को आपका ब्लॉग दूसरों से अलग नहीं लगेगा। अपने कंटेंट में कुछ नया और फ्रेश लाने की कोशिश करें ताकि रीडर्स को वैल्यू मिले और वे आपके ब्लॉग पर लौटें।
  • Too Short or Long Posts: पोस्ट्स का बहुत छोटा या बहुत बड़ा होना रीडर्स के लिए एक समस्या बन सकता है। बहुत छोटी पोस्ट्स से जानकारी अधूरी लग सकती है, जबकि बहुत लंबी पोस्ट्स से रीडर्स बोर हो सकते हैं। एक बैलेंस बनाए रखें और कंटेंट को कंप्रिहेंसिव लेकिन कंजाइज़ रखें।
  • Unengaging Writing: अगर कंटेंट बोरिंग और अनइंगेजिंग है, तो रीडर्स जल्दी से बाहर निकल सकते हैं। आपकी राइटिंग स्टाइल को इंटरैक्टिव और एंगेजिंग बनाएं ताकि रीडर्स जुड़े रहें और पूरी पोस्ट पढ़ें।

Mistake 3: Ignoring SEO

BrightEdge की रिसर्च से पता चलता है कि ऑर्गेनिक सर्च ट्रैफिक लगभग 53% वेबसाइट विजिट्स के लिए जिम्मेदार होता है। 

Brian Dean, जो Backlinko के फाउंडर हैं, कहते हैं, "SEO के बिना ब्लॉगिंग करना ऐसे ही है जैसे बिना नक्शे के गाड़ी चलाना। बिना सही SEO स्ट्रेटेजी के, आपका कंटेंट सर्च इंजिन्स पर रैंक नहीं कर पाएगा और आपकी ऑडियंस तक नहीं पहुँच पाएगा।"

  • No Keyword Research: कीवर्ड रिसर्च न करना आपकी ब्लॉग पोस्ट्स को सर्च इंजन में रैंकिंग दिलाने से रोक सकता है। सही कीवर्ड्स का चुनाव और उनका उचित उपयोग आपकी पोस्ट्स को टॉप रैंकिंग दिलाने में मदद करता है।
  • Poor On-Page SEO: ऑन-पेज एसईओ का सही से उपयोग न करना आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को कम कर सकता है। सही तरीके से ऑन-पेज एसईओ एलिमेंट्स को इम्प्लीमेंट करना जैसे हेडिंग्स, इमेज ऑल्ट टैग्स, और कीवर्ड्स का उपयोग आपकी साइट की रैंकिंग सुधारता है।
  • Ignoring Meta Tags: मेटा टाइटल और डिस्क्रिप्शन को नजरअंदाज करना एक बड़ी गलती है। ये टैग्स सर्च इंजन रिजल्ट्स में आपकी पोस्ट्स को क्लिकेबल बनाने में मदद करते हैं। इन्हें हमेशा ऑप्टिमाइज़ करें ताकि आपकी पोस्ट्स ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस तक पहुँच सके।
  • Lack of Internal Linking: इंटरनल लिंकिंग का न होना आपकी वेबसाइट की यूजर एक्सपीरियंस को कम कर सकता है। इंटरनल लिंकिंग से न सिर्फ यूजर की नेविगेशन आसान होती है, बल्कि यह आपकी साइट की एसईओ स्ट्रेटेजी को भी मजबूत बनाता है।

Mistake 4: Inconsistent Posting Schedule

Content Marketing Institute की एक स्टडी में पाया गया कि कंसिस्टेंटली पोस्ट करने वाले ब्लॉग्स की सक्सेस रेट 40% अधिक होती है। 

Darren Rowse, ProBlogger के फाउंडर, कहते हैं, "अगर आप रेगुलर पोस्ट्स नहीं करते हैं, तो आपकी ऑडियंस आपकी कंटेंट से डिस्कनेक्ट हो सकती है, और धीरे-धीरे आपकी ब्लॉग ट्रैफिक कम हो जाएगी।"

  • Irregular Updates: पोस्ट्स को अनियमित रूप से अपडेट करना आपके ब्लॉग की ऑडियंस को घटा सकता है। रेगुलर और कंसिस्टेंट पोस्टिंग से रीडर्स आपके ब्लॉग पर बार-बार आने की आदत डालते हैं।
  • No Editorial Calendar: एडिटोरियल कैलेंडर का अभाव आपके ब्लॉगिंग प्रोसेस को अव्यवस्थित कर सकता है। एक कैलेंडर बनाएं और उसके अनुसार पोस्ट्स को प्लान और पब्लिश करें ताकि आपके ब्लॉग पर कंटेंट रेगुलर और प्लान्ड तरीके से आए।
  • Overcommitting: खुद से ज्यादा पोस्ट करने का वादा करना और उसे पूरा न कर पाना आपके रीडर्स के साथ ट्रस्ट को नुकसान पहुँचा सकता है। एक रियलिस्टिक शेड्यूल बनाएं और उसे मेंटेन रखें ताकि आपके रीडर्स के साथ ट्रस्ट बना रहे।
  • Burnout: लगातार पोस्ट करने से बर्नआउट हो सकता है, जो आपकी प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी दोनों को प्रभावित कर सकता है। एक बैलेंस्ड वर्कलोड रखें और जरूरत पड़ने पर ब्रेक्स लें ताकि आप फ्रेश और मोटिवेटेड रह सकें।

Mistake 5: Not Engaging with Readers

Sprout Social की एक रिपोर्ट के अनुसार, 64% कंज्यूमर्स सोशल मीडिया पर ब्रांड्स से अधिक इंगेजमेंट की उम्मीद करते हैं। 

Michael Stelzner, Social Media Examiner के फाउंडर, बताते हैं, "रीडर्स के साथ इंगेजमेंट बनाए रखना न सिर्फ आपकी ऑडियंस को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि ये आपके ब्रांड की लॉयल्टी को भी मजबूत बनाता है।"

  • Ignoring Comments:रीडर्स के कमेंट्स को इग्नोर करना आपकी ऑडियंस के साथ कनेक्शन को कमजोर कर सकता है। कमेंट्स का जवाब दें और अपनी ऑडियंस के साथ एक इंटरेक्टिव रिलेशनशिप बनाएं।
  • No Social Media Interaction: सोशल मीडिया पर एक्टिव न होना आपके ब्लॉग की पहुंच को सीमित कर सकता है। सोशल मीडिया पर अपने रीडर्स के साथ जुड़ें और अपने कंटेंट को प्रमोट करें ताकि आपकी ऑडियंस बढ़े।
  • Lack of Personal Connection:रीडर्स से पर्सनल कनेक्शन न बनाना आपकी ब्रांडिंग को कमजोर कर सकता है। अपने ब्लॉग पोस्ट्स में पर्सनल स्टोरीज या एक्सपीरियंस शेयर करें ताकि रीडर्स आपसे जुड़ा हुआ महसूस करें।
  • No Call to Action:पोस्ट्स में कॉल टू एक्शन का न होना एक बड़ी गलती है। कॉल टू एक्शन से रीडर्स को गाइड करें कि उन्हें आपके ब्लॉग पर क्या करना चाहिए, जैसे कि कमेंट करना, शेयर करना, या सब्सक्राइब करना। इससे न सिर्फ इंगेजमेंट बढ़ेगा, बल्कि आपके ब्लॉग की ग्रोथ भी होगी।

ये मिस्टेक्स ब्लॉगिंग जर्नी को मुश्किल बना सकती हैं। इन्हें अवॉइड करके और सही अप्रोच अपनाकर, आप अपने ब्लॉग को सक्सेसफुल बना सकते हैं।

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